Wednesday, 17 January 2018

दोस्ती शायरी

दोस्ती चेहरे की मीठी मुस्कान होती है, 
दोस्ती सुख दुःख की पहचान होती है, 
रूठ भी जाये हम तो दिल से मत लगाना, 
क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।

कही अँधेरा तो कहीं शाम होगी, 
मेरी हर ख़ुशी आपके नाम होगी, 
कुछ माँग कर तो देखो...दोस्त... 
होंठों पर हँसी और हथेली पर मेरी जान होगी।

दर्द था दिल में पर जताया कभी नहीं, 
आँसू थे आँखो में पर दिखाया कभी नहीं, 
यही फ़र्क है दोस्ती और प्यार में, 
इश्क़ ने हँसाया कभी नहीं... 
और दोस्तों ने रुलाया कभी नहीं।

महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता है, 
ग़म छुपाकर मुस्कराना पड़ता है, 
कभी हम भी थे उनके दोस्त... 
आजकल उन्हें याद दिलाना पड़ता है।

दोस्ती में किसी का इम्तिहान न लेना, 
निभा न सको वो किसी को वादा न देना, 
जिसे तुम बिन जीने की आदत न हो, 
उसे जिन्दगी जीने की दुआ न देना।

प्यार का रिश्ता इतना गहरा नहीं होता, 
दोस्ती के रिश्ते से बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता, 
कहा था इस दोस्ती को प्यार में न बदलो, 
क्यूंकि प्यार में धोखे के सिवा कुछ नहीं होता।

मेरी दोस्ती का हिसाब जो लगाओगे 
तो मेरी दोस्ती को बेहिसाब पाओगे, 
पानी के बुलबुलों की तरह है हमारी दोस्ती, 
अगर जरा सी ठेस पहुँची तो ढूंढ़ते रह जाओगे।

जिंदगी की राहों में बहुत से यार मिलेंगे, 
हम क्या हम से भी अच्छे हजार मिलेंगे, 
इन अच्छों की भीड़ में हमें न भूल जाना, 
हम कहाँ आपको बार बार मिलेंगे।

दोस्तों से दूर होना मजबूरी होती है, 
हकीकत की दुनिया भी जरुरी होती है, 
ऐ दोस्त अगर तू साथ न हो तो, 
मेरी तो हर ख़ुशी अधूरी होती है।

जिंदगी ज़ख्मों से भरी है, 
वक़्त को मरहम बनाना सीख लो, 
हारना तो है एक दिन मौत से, 
फिलहाल... 
दोस्तों के साथ जिंदगी जीना सीख लो।

करनी है खुदा से गुजारिश कि, 
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले, 
हर जन्म में मिले दोस्त तेरे जैसा, 
या फिर कभी जिंदगी न मिले।

खुशबू की तरह मेरी सांसों में रहना, 
लहू बनके मेरे आँसुओं में बहना, 
दोस्ती होती है रिश्तों का अनमोल गहना, 
इसीलिए दोस्त को कभी अलविदा न कहना।

केबल पानी से तस्वीर कहाँ बनती है, 
रूठे ख्वाबों से तकदीर कहां बनती है, 
किसी से दोस्ती करो तो सच्चे दिल से, 
क्यूँकि यह जिंदगी फिर कहाँ मिलती है।

दिल से दिल का गहरा रिश्ता है हमारा, 
दिल की हर धड़कन पर नाम है तुम्हारा, 
अगर हम आपके साथ नहीं तो क्या हुआ, 
जिंदगी भर साथ निभाने का वादा है हमारा।

बरसों बाद न जाने क्या समां होगा, 
हमसब दोस्तों में न जानें कौन कहाँ होगा, 
अगर मिलना हुआ तो मिलेंगें ख्वाबों में, 
जैसे सूखे हुये गुलाब मिलते हैं किताबों में।

सबकी जिंदगी में खुशियाँ देने वाले दोस्त, 
तेरी जिंदगी में कोई गम ना हो, 
तुझे तब भी दोस्त मिलते रहें अच्छे अच्छे, 
जब इस दुनिया में हम ना हो।

काश वो पल साथ बिताए ना होते, 
तो आँखों में ये आँसू आए ना होते, 
जिनसे रहा ना जाए एक पल भी दूर, 
काश ऐसे प्यारे दोस्त बनाए ना होते।

हर खुशी दिल के करीब नहीं होती, 
ग़मों से जिन्दगी दूर नहीं होती, 
ऐ मेरे दोस्त दोस्ती संजो के रखना, 
हर किसी को दोस्ती नसीब नहीं होती।

क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त, 
क्यूँ सारे ग़मों को बाँट लेते हैं दोस्त, 
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है, 
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त।

शायद फिर हमें वो तकदीर मिल जाये, 
जीवन के वो हसीं पल फिर मिल जाये, 
चल फिर से बैठें क्लास की लास्ट बैंच पे, 
शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ।

न जाने किस मिट्टी से खुदा ने तुमको बनाया है, 
अनजाने में इक ख्वाब इन आँखों को दिखाया है, 
मेरी हसरत थी हमेशा से खुदा से मिलने की दोस्त, 
शायद इसीलिये किस्मत ने मुझे तुमसे मिलाया है। 

सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा, 
दोस्तों मेरा प्यार कभी कम न होगा, 
दूर रहकर भी रहेगी महक इसकी, 
हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा।

कुछ लोग भूल के भी भुलाये नहीं जाते, 
ऐतबार इतना है कि आजमाये नहीं जाते, 
हो जाते हैं दिल में इस तरह शामिल कि, 
उनके ख्याल दिल से मिटाये नहीं जाते।

दोस्ती के लिए दोस्ती जैसा अहसास चाहिए, 
मुश्किल हो रहना जिसके बिना वो प्यास चाहिए, 
दोस्ती वही सच्ची होती है जो कायम रहे हमेशा, 
क्योंकि दोस्ती के लिए जगह दिल में खास चाहिए।

ज़िन्दगी में किसी मोड़ पर खुद को तन्हा न समझना, 
साथ हूँ मैं आपके खुद से जुदा मत समझना, 
उम्र भर आपसे दोस्ती करने का वादा किया है, 
अगर जिंदगी साथ न दे तो हमें बेवफा मत समझना।

न जाने क्यूँ हमें आँसू बहाना नहीं आता, 
न जाने क्यूँ हाले दिल बताना नहीं आता, 
क्यूँ सब दोस्त बिछड़ गए हमसे, 
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता।

नफरत को हम प्यार देते है, 
प्यार पे खुशियाँ वार देते है, 
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना, 
ऐ दोस्त हम वादे पर ज़िन्दगी गुजार देते है।

दिन हुआ है तो रात भी होगी, 
हो मत उदास कभी बात भी होगी, 
इतने प्यार से दोस्ती की है, 
जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी.....

क्या कहे कुछ कहा नही जाता, 
दर्द मीठा है पर रहा नही जाता, 
दोस्ती हो गई इस कदर आपसे, 
बिना याद किये बिना रहा नहीं जाता।

दोस्ती वो नहीं होती, जो जान देती है 
दोस्ती वो नही होती जो मुस्कान देती है 
दोस्ती तो वो होती है 
जो दोस्ती को प्यार का नाम देती हैं.....

वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त, 
मजा तो तब है.. 
जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले।

सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देखलो, 
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आके देखलो, 
बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग, 
जितनी बार दिल करे आग लगा कर देखलो।

दोस्त आपकी दोस्ती का क्या खिताब दे, 
करते है इतना प्यार की क्या हिसाब दे। 
अगर आपसे भी अच्छा फूल होता तो ला देते, 
लेकिन जो खुद गुलदस्ता हो उसे क्या गुलाब दे।

दोस्ती अच्छी हो तो रंग़ लाती है 
दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है 
दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है 
पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो 
तो इतिहास बनाती है।

हमने अपने नसीब से ज्यादा, 
अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है, 
क्यूँ की नसीब तो बहुत बार 
बदला है... 
लेकिन मेरे दोस्त अभी भी वही है।

रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी, 
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी, 
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा, 
उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी।

दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है, 
किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है, 
ये तो दिलों का वो खूबसूरत एहसास है, 
जिसके दम से रोशन ये सारी कायनात है।

ज़िंदगी के तूफानों का साहिल है दोस्ती, 
दिल के अरमानों की मंज़िल है दोस्ती, 
ज़िंदगी भी बन जाएगी अपनी तो जन्नत, 
अगर मौत आने तक साथ दे दोस्ती।

होंठों पे उल्फत के फ़साने नहीं आते, 
जो बीत गए फिर वो ज़माने नहीं आते, 
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द, 
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते।

दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं, 
पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं, 
हमारी सच्चाई बस इस बात पर कायम है, 
कि हमारे दोस्त हमसे भी अच्छे हैं।

हर ख़ुशी से ख़ूबसूरत तेरी शाम कर दूँ , 
अपना प्यार और दोस्ती तेरे नाम कर दूँ , 
मिल जाये अगर दुबारा यह ज़िन्दगी दोस्त, 
हर बार मैं ये ज़िन्दगी तुझ पर कुर्बान कर दूँ । 

दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना, 
हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना, 
हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है, 
हम खुश रहें या ना आप यूँ ही मुस्कुराते रहना।

किस हद तक जाना है ये कौन जानता है, 
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है । 

दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो, 
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है ।

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